लिखना चाहता हूं
एक कविता
उस नीली जींसवाली लड़की के लिए
जो सबसे लेट आती है क्लास में
उसके लिए
जिसे मैं चाहता हूं
उतना ही
जितना कि कभी चाहा होगा
रोमियो ने जुलियट को
हां, वो भी मुझे उतनी ही प्यारी है
जितनी कि मेरी
नर्सरी वाली टीचर सिस्टर रोज!
[कॉलेज के दिनों लिखी मेरी एक पुरानी रचना]
Friday, May 21, 2010
Tuesday, December 18, 2007
Tuesday, October 16, 2007
Monday, April 9, 2007
प्रारम्भ से पहले
वाद संवाद हिन्दी पत्रिका की जब मैंने जामिआ मिल्लिया इस्लामिया में अध्ययन के दौरान शुरु किया था तो एक सपना यह भी देखा था कि मैं इसका वेब संस्करण भी निकालूं, लेकिन संसाधन की कमी की वजह से ऐसा हो नहीं पाया. संचार माध्यमों की विकास ने तो जैसे हमें सारा आकाश ही दे दिया है. जब से ब्लॉग की शुरुआत हुई है. हमें लगता है कि हमारे सपने पूरे हो गये हैं. हिन्दी में ब्लॉगिंग को बढ़ावा देने में जिन लोगों ने अपना योगदान दिया है, उसे भूलाया नहीं जा सकता.
मोहल्ला वाले अविनाश भैया का मैं ऋणी हूं जिन्होंने मुझे ब्लॉग बनाना सीखाया और इसके लिए मुझे प्रोत्साहित किया. हिन्दी में ब्लॉग से जरिये एक नयी दुनिया से मेरा सम्पर्क हुआ. एक ऐसा मंच मिला जहां से मैं अपने मन की बात सारी दुनिया के सामने रख सकता हूं. और लोगों से उनकी दिल की बात दूसरों तक पहुंचा सकता हूं.
मोहल्ला वाले अविनाश भैया का मैं ऋणी हूं जिन्होंने मुझे ब्लॉग बनाना सीखाया और इसके लिए मुझे प्रोत्साहित किया. हिन्दी में ब्लॉग से जरिये एक नयी दुनिया से मेरा सम्पर्क हुआ. एक ऐसा मंच मिला जहां से मैं अपने मन की बात सारी दुनिया के सामने रख सकता हूं. और लोगों से उनकी दिल की बात दूसरों तक पहुंचा सकता हूं.
Saturday, February 10, 2007
आमंत्रण
कथाकारों से कहानियां आमंत्रित हैं. कहानियां कम से कम 700 शब्द और अधिक से अधिक 1200 शब्दों के बीच होनी चाहिए. रचना के साथ अपना परिचय और तस्वीर अवश्य भेजें.
संपादक
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